आशक्ति और अनाशक्ति भाव

🌸आशक्ति और अनाशक्ति भाव🌸

भारतीय परंपरा में मनुष्य जीवन जीने की व्यवस्था दी गई है। इसमें केवल अर्थोपार्जन, काम- सेवन या सिर्फ दुनियादारी की ही व्यवस्था नहीं है बल्कि पूरे जीवन की व्यवस्था की गई है।

जीवन का एक भाग शिक्षा के लिए, दूसरा भाग धनोपार्जन, परिवार के पालन-पोषण एवं बच्चों की परवरिश लिए, जीवन का तीसरे भाग घर में रहते हुए भी अनासक्त जीवन जीने के लिए और चौथा भाग मुक्ति एवं सन्यास के लिए।

इतिहास इस बात का गवाह है कि –
जिन सम्राटों ने अपने राज्य का संचालन राज्य के गुरुओं के मार्गदशन में किया और बुढापे की दहलीज पर आकर अपनी इच्छा से राजसिंघासन का त्याग करके वनवास ग्रहण किया, उन्होंने अपने जीवन को सुखी किया!
लेकिन –
जिन्होंने सत्ता की लिप्सा के चलते राजसिंघासन का त्याग नही किया – वे अपनी ही सन्तानों के द्वारा या तो मारे गए या फिर उन्होंने नाना प्रकार की यंत्रनाए भोगी।

यद्यपि जीवन का आंतरिक आनन्द पाने के लिय हमें अपने जीवन की किसी अवस्था का इंतजार नहीं करना चाहिय! हर स्वास में हरि का सुमिरन पाने की विधि का बोध प्राप्त करके प्रतिपल उस शाश्वत शक्ति के सानिध्य, सामीप्य का आनन्द लेना चाहिय!

लेकिन जो लोग वृध्दावस्था की दहलीज पर पहुंचकर भी गफलत की नीद में सोये हैं और नश्वर संसार को ही अपना समझ बैठे हैं, अपने जीवन में आंतरिक सुख को पाने का प्रयास नहीं करते, उन्हें तो यह अनमोल जीवन, जो 84 लाख योनियों के भ्रमण के बाद मिलता है, इसे खोने का पछतावा तो होगा ही!

कहावत है कि राजा दशरथ ने अपने सिर में एक सफेद बाल देखा और उनके मन में वैराग्य जग गया।

आज भी इस बात की जरूरत है कि व्यक्ति स्वयं में उतर कर जीए।यह सारा संसार,यह सारी दुनिया बन्धन की माया है। व्यक्ति ने स्वयं ही अपने आप को इस बन्धन में बांधे है और स्वयं ही आसक्त हो रहा है। कोई किसी को बांधता नहीं है, हम स्वयं ही जानबूझकर बंधे और नशवर मायावी संसार से जुड़े हैं।

माया के प्रति अनासक्ति भाव और अपने अंदर की परमशक्ति की तरफ आसक्ति भाव ही बन्धन खोलने एवं जीते जी मोक्ष प्राप्ति का साधन है। जो समय के सदगुरु के सानिध्य और मार्गदर्शन से मिलता है!

जैसे भगवान् श्री कृष्ण ने अर्जुन को बतलाया कि – तू युद्ध भी कर और सुमिरन भी कर!

हमको भी अपने जीवन के महाभारत को जितने के लिय श्री कृष्ण जैसा सारथी खोजना होगा! तभी हम जीवन में भरपूर आनन्द ले पाएंगे!

💐💐 सुप्रभात💐💐

🙏🙏👆👆👆🙏🙏🙏🙏🙏




Leave a Reply