Basant Panchami will be observed in India this year on January 26, 2023, a Thursday

Saraswati Puja is one of the major festivals of Hindus. The Saraswati Puja date is on Thursday January 26, 2023. And the Saraswati Puja time 2023 is 07:12 AM to 12:33 PM.

The colour yellow has a lot of significance on Basant Panchami, also known as Vasant Panchami, Shri Panchami and Saraswati Panchami, where Hindu devotees celebrate the day by wearing yellow outfits, worshipping goddess Saraswati and eating traditional dishes.

What is food of Basant Panchami?

Zarda rice: The most popular or can say the most important dish of Basant Panchami is Zarda rice. Also known as ‘meethe chawal’, this dish is prepared with basamati rice, nuts, saffron and sugar. Few people also add yellow food colour to the rice, to give a kesari colour to the dish.

Which fruit is used in Saraswati Puja?

Baer or ber, is a fruit that is deeply associated with Basant Panchami and Saraswati Puja. Offer this Indian berry to the gods, and then have it as a prasad for an auspicious year. Malpua is typically prepared in North Indian homes, and you can get equally delicious versions at your local halwai as well.

बसंत पंचमी का शुभ मुहूर्त

बसंत पंचमी की पूजा सूर्योदय के बाद और दिन के मध्य भाग से पहले की जाती है. इसे पूर्वाह्न भी कहा जाता है. बसंत पंचमी की पूजा शुभ मुहूर्त में की जाती है. शुभ मुहूर्त में पूजा करना बेहद लाभकारी माना गया है. बसंत पंचमी पूजन का शुभ मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 33 मिनट तक ही है. पूजा-पाठ और दान का कार्य इस समय से पहले कर लें.

बसंत पंचमी पर घर लाएं ये खास चीजें

बसंत पंचमी के दिन घर में मोरपंखी का पौधा भी लाना शुभ होता है. इस पौधे को घर की पूर्व दिशा में जोड़े में लगाना चाहिए. अगर आप संगीत के शौकीन हैं तो बसंत पंचमी के दिन कोई छोटा सा वाद्य यंत्र खरीद कर अपने घर लाएं. इस दिन एक छोटी सी बांसुरी खरीद कर भी आप मां सरस्वती को प्रसन्न कर सकते हैं. बसंत पंचमी के दिन घर में सरस्वती मां का कोई चित्र, मूर्ति या प्रतिमा लाना चाहिए. नया घर या वाहन खरीदने के लिए भी बसंत पंचमी का दिन बहुत शुभ होता है. माना जाता है कि बसंत पंचमी के दिन खरीदी गई नई चीजें घर में बरकत लाती हैं.

बसंत पंचमी पर आज ना करें ये गलतियां

बसंत पंचमी के दिन देर तक नहीं सोना चाहिए. इससे देवी मां की कृपा नहीं मिलती है. इस दिन मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए और तामसिक चीजों से दूर रहना चाहिए. बसंत पंचमी के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए.  इस दिन पेड़-पौधे काटने की भी मनाही होती है. किसी को अपशब्द कहने से बचें. बसंत पंचमी का दिन विद्या की देवी सरस्वती का दिन होता है इसलिए इस दिन भूलकर भी  कलम, कागज, दवात या शिक्षा से जुड़ी चीजों का अपमान नहीं करना चाहिए. इसे सरस्वती मां नाराज होती हैं.

बसंत पंचमी पर मां सरस्वती को लगाएं पीले चावल का भोग

बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए उन्हें मीठे केसरी भात यानी पीले चावल का भोग लगाया जाता है. आप आज पीली मिठाई भी चढ़ा सकते हैं. माना जाता है कि आज के दिन विद्या की मां सरस्वती को पीले रंग की चीजों का भोग लगाने से वह जल्द प्रसन्न हो जाती हैं. इस दिन पूजा में मां को पीले फूल अर्पित करने चाहिए.

आज इस मंत्र से करें मां सरस्वती को प्रसन्न

या कुंदेंदु-तुषार-हार-धवला, या शुभ्रा – वस्त्रावृता,
या वीणा – वार – दण्ड – मंडित – करा, या श्वेत – पद्मासना।
या ब्रह्माच्युत – शङ्कर – प्रभृतिभिर्देवै: सदा वन्दित,
सा मां पातु सरस्वती भगवती नि: शेष – जाड्यापहा।।

इस श्लोक का अर्थ है कि जो देवी कुन्द के फूल, चन्द्रमा, हिमराशि और मोतियों के हार की तरह श्वेत वर्ण वाली है और जो श्वेत वस्त्र धारण करती हैं, जिनके हाथ में वीणा-दण्ड शोभा दे रहा है व जो श्वेत कमल पर विराजमान हैं, ब्रह्मा-विष्णु-शिव आदि देवताओं द्वारा जो हमेशा पूजित हैं तथा जो संपूर्ण जड़ता व अज्ञान को दूर करने वाली हैं, ऐसी हे माँ सरस्वती! आप हमारी रक्षा करें.

सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त

बसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजा करने की परंपरा है. यह दिन ज्ञान, विद्या, बुद्धिमत्ता, कला और संस्कृति की देवी मां सरस्वती को समर्पित है.  शुभ मुहूर्त में देवी सरस्वती की पूजा विशेष फलदायी होती है. आज सरस्वती पूजन का शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 12 मिनट से शुरू होकर दोपहर 12 बजकर 33 मिनट तक रहेगा.




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