बुरे वक्त मे ऊँट पर बैठे आदमी को कुत्ता काट खाता है

बुरे वक्त मे ऊँट पर बैठे आदमी को कुत्ता काट खाता है

   वैसे तो साथियों जीवन का नाम ही समस्या है अर्थात जिस जीवन में समस्या नहीं है वह जीवन किसी काम का नहीं होता समस्याएं जीवन का एक अभिन्न अंग है जीवन में आती रहती है जाती रहती लेकिन यदि आपके जीवन इस तरह की आकस्मिक घटना या समस्या आ जाये जो सोची भी ना जा सकती हो और ना जिसका कोई हल हो तो उसे क्या कहोगे . आपने एक कहावत सुनी  होगी जब आदमी का वक्त खराब होता है तो ऊँट पर बैठे आदमी को कुत्ता काट लेता है .  शायद कहावत के शब्दो को आप जान गये परन्तु कहावत के असली मर्म को नही जाने कि आखिर कुत्ता इतने उँचे ऊँट पर बैठे आदमी को कैसे काट सकता है .
आईये मै बताता हू . कुत्ता कैसे काटता है . दोनो सच्ची घटना है . एक भारत की है और एक अमेरिका की .
1978 की बात हे दिल्ली की सड़को  एक भाई साहब जून की भरी दोपहरी मे स्कूटर पर कही जा रहे थे . गर्मी के कारण हेलमेट से  सिर पर पसीना था . सामने रेड लाईट थी . रुक गये . सडक के किनारे पेड था जिसकी छाव सडक पर आ रही थी . भाई साहब ने हेलमेट उतारा ताकी छाँव और हवा से पसीने मे कुछ राहत मिले . उसी समय आसमान मे एक चील अपनी चोच मे जहरीले सांप को लिये जा रही थी . अचानक सांप की हिलने डुलने की कोशिश से चील की चोच ढीली हो गई .सांप छूट कर नीचे गिरा . 

कहाँ गिरा ? आदमी की खोपडी पर जिसने अभी अभी गर्मी से बचने के लिये हेलमेट उतारा था . सांप खोपडी पर गिरा और गिरते ही आत्मरक्षा के भाव से भाई को डस लिया . पब्लिक जब तक कुछ समझती तब तक भाई साहब रेड लाईट पर ही रेड हो गये . चलते चलते हमेशा के लिये ग्रीन लाईट रेड हो गई .
नही नही विश्वास करो ये काल्पनिक नही सच्ची घटना है .
दूसरी घटना इससे भी दिलचस्प है . अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया के एक जंगल मे आग लगी . फौरन फायर बिग्रेड चेतन हुई . आग पर काबू पाने के लिये पानी से भरे अपने हैलीकाप्टर भेजे . पानी बरसाकर आग तो शान्त हो गई . पर पुलिस जंगल मे देखने गई कि कही नुक्सान ज्यादा तो नही हो गया . वहाँ जंगल मे उन्होने देखा एक व्यक्ति आग से भूना पडा है . उसने स्विमिंग सूट पहन रखा है . पुलिस बडे असमंजस मे कि ये आदमी स्विमिंग सूट मे यहाॅ क्या कर रहा था . जंगल मे कोई तालाब या स्विमिंग पूल भी नही था कि नहाने आया हो . फिर ये कैसे सम्भव है ? पुलिस हैरान कि ये व्यक्ति स्विमिंग सूट पहनकर जंगल मे करने क्या आया था ?
भारत होता तो कोई परवाह नही करता ना कोई सोचता . मर गया तो मर गया आग तो बुझ गई . परन्तु अमेरिकी पुलिस ने जांच बैठा दी और पता लगाने की कोशिश की ये व्यक्ति था कौन और स्विमिंग सूट मे सूनसान जंगल मे करने क्या आया था ? जो एक असम्भव बात थी .
जाच की रिसर्च से पता चला जब हैलीकाप्टर उपर उडकर पानी बरसा रहे थे तो कुछ हैलीकोप्टर जिनका पानी खत्म हो गया था पानी लेने के लिये जंगल से थोड़ी दूर एक स्विमिंग पूल मे पानी भरने गये . वहाँ उन्हे ये व्यक्ति दिखाई ही नही दिया . पानी भरने की जल्दबाजी मे पायलट ध्यान ही नही पाया या हो सकता है भाई साहब ने शैखी बघारने के लिये डुबकी लगाई हो कि देखो मै कितनी बडी डुबकी लगाता हू . तभी हैलीकोप्टर ने पानी खिचना शुरू किया . हैलीकोप्टर का पम्प बहुत मजबूत था . शक्तिशाली था . जब पानी खीचा तो भाई साहब ने डुबकी लगाई और पम्प ने भाई साहब को पानी के साथ खींच लिया . भाई साहब सोच रहे थे कि अरे ये क्या हुआ डुबकी पानी मे लगाई और मै आसमान मे उड रहा हू . ये कैसे हो गया ? जब तक समझ पाते हैलीकोप्टर ने सारा पानी जंगल मे बिखरा गया . भाई साहब भी पानी के साथ जंगल की आग मे फेंक दिये गये और आग मे भून गये .
कोई काल्पनिक कहानी नही सच्ची घटना है . ये कहानी डिस्कवरी पर मैंने खुद देखी है .
बिलकुल सच्ची घटना है दोनो .
अब आप बताईये दोनो भाई साहब अपने आप को सुरक्षित समझ रहे थे मगर हुआ क्या ? उन्होंने इसकी कल्पना भी नही की होगी .
इसे ही कहते है बुरा वक्त जब आता है ऊँट पर बैठे आदमी को कुत्ता खाट खाता है .
वैसे ऊँट पर बैठे आदमी को कुत्ते ने कैसे काटा ये अलग कहानी है जो कहावत बन गई . वैसे बता दू कुत्ते ने सममुच ही ऊँट पर बैठे आदमी को काटा था . पर कैसे ? ये अलग तरह की अजब कहानी है . फिर कभी बताऊंगा .
तब तक आप इसी तरह की अन्प कहानी ध्यान मे लाते रहो . मुझे बताना भी .
🙂
🙏🏻 जय भारत 🇮🇳




Leave a Reply