Moon makes the mind both clean and dirty

मन को साफ और मैला दोनों बना देता है चंद्रमा

कुंडली में चंद्रमा के बारह भायों में क्या फल होते हैं ?

-अतुल्य वैभव, नोएडा (उ.प्र.)

प्रथम भाव : चंद्रमा कारक हो तो व्यक्ति आकर्षक होगा। घनी और दीर्घायु होगा। चंद्रमा मारक या नीच हो तो व्यक्ति गूंगा, बहरा, अंघा, पागल या जड़ बुद्धि हो सकता है। डिप्रेशन का शिकार भी हो सकता है।

दूसरा भाव : चंद्रमा कारक या उच्च का है तो व्यक्ति धनवान होगा। कलाकार भी हो सकता है। ऐसा व्यक्ति अपने कुटुंब के लिए बहुत भाग्यशाली होगा। द्वितीय भाव में चंद्रमा मारक है तो व्यक्ति की वाणी कठोर होगी। व्यक्ति भोग-विलासी हो सकता है।

तीसरा भाव : कारक चंद्रमा व्यक्ति को भाइयों का सुख देगा। बहादुर लेकिन कंजूस होगा। स्मरणशक्ति अच्छी होगी। चंद्रमा मारक हो तो भाइयों से कोई सहायता नहीं मिलती।

चतुर्थ भाव : चंद्रमा कारक है तो व्यक्ति सुखी होगा। माता का बहुत प्रेमी होगा। चंद्रमा मारक हो तो माता को बीमारी होगी। भवन या वाहन सुख में कमी रहेगी।

पंचम भाव : चंद्रमा कारक है तो व्यक्ति धनवान होगा। संतान सुख, मधुर भाषी होगा। चंद्रमा मारक है तो असफल प्रेम संबंध हंगि। संतान सुख में कमी। पेट का रोगी होगा।

छटा भाव : ऐसे व्यक्ति की पाचन शक्ति में दिक्कत होगी। मंदबुद्धि होगा। व्यवसाय में अड़चन और कानूनी मामलों में भी दिक्कत होगी।

सप्तम भाव : चंद्रमा कारक हो तो व्यक्ति व्यापार में बहुत लाभ कमाएगा। अगर चंद्रमा मारक है तो स्त्री सुख में कमी रहेगी। पार्टनरशिप में धोखा मिलेगा। ऐसा व्यक्ति वाद- विवाद में सफल हो सकता है।

अष्टम भाव: चंद्रमा कारक है तो ऐसा व्यक्ति बुद्धिमान, रोगी, अल्पायु होगा। ऐसा जातक झूठ बोलने में बिलकुल नहीं झिझकेगा।

नवम भावः कारक चंद्रमा पिता-पुत्र के संबंध अच्छा रखेगा। व्यक्ति चतुर, पराक्रमी, भाग्यवान होगा। चंद्रमा मारक है तो व्यक्ति के भाग्य में रुकावट आएगी। पिता से संबंध अच्छे नहीं रहेंगे।

दशम भाव: चंद्रमा कारक है तो व्यक्ति धनी, बुद्धिमान होगा। ऐसा व्यक्ति राज्य में ऊंचे पद पर रहेगा। चंद्रमा मारक है तो व्यक्ति को काम- धंधे में सफलता नहीं मिलेगी।

एकादश भाव: चंद्रमा कारक है तो व्यक्ति दीर्घायु होगा। उसके घर में नौकर-चाकर रहेंगे। चंद्रमा मारक है तो अभावों से ग्रस्त रहेगा।

द्वादश भाव : चंद्रमा होने से व्यक्ति क्रूर, शेखीबाज, दुखी, क्रोधी व धोखेबाज होगा। चंद्रमा नीच का होकर बैठे तो व्यक्ति खूब रिश्वत लेता है। जेल योग भी बन सकता है



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