in Spritual
Sorrow and happiness – there is a state!
दुःख और सुख – एक अवस्था है! अक्सर समझा जाता है कि –सुख पाना हमारी जन्मजात अभिलाषा है!जबकि कोइ सपने में भी दुःख पाने की कल्पना नहीं करता है! हमारा हर प्रयास सुख पाने के लिय ही होता हैलेकिन बिन बुलाये मेहमान की तरह हमारे जीवन में दुःख मौजूद रहता है!यद्यपि“सुख”‘और “दुःख” परस्पर विरोधी हैं।एक […]
You must be logged in to post a comment.